क्या AI जनरेटेड कॉन्टेंट रैंक करता है? क्या कहता है गूगल?

क्या एआई AI जनरेटेड कॉन्टेंट रैंक करता है?  

आज कई नयें सवालों के साथ हम डिटेल में यह जानेंगे, क्या वाकई AI जनरेटेड कॉन्टेंट सर्च इंजन में रैंक करेगा या नहीं? साथ ही एआई जनरेटेड कॉन्टेंट के बारे में गूगल का क्या कहना है? हम किस तरह से AI जनरेटेड कॉन्टेंट का उपयोग कर सकते हैं? और AI जनरेटेड कॉन्टेंट के किस बात के लिए गूगल सजा दे सकता है? इन सभी सवालों के साथ हम AI जनरेटेड कॉन्टेंट और रैंकिंग स्ट्रेटेजी पर डिटेल में जानेगे। 

पहले सब से बड़ा सवाल; क्या AI जनरेटेड कॉन्टेंट सर्च इंजन में रैंक करेगा? तो इसका जवाब हाँ और ना में हो सकता है? जिसे हम पुर्णतः नकार नहीं सकते और स्वीकार भी नहीं कर सकते। ऐसा क्यूँ? इसे हमें डिटेल में समझना होगा। 

गूगल के सर्च क्वालिटी टीम के  डैनी सुलिवन और क्रिस नेल्सन कहते है,

Our focus on the quality of content, rather than how content is produced, is a useful guide that has helped us deliver reliable, high quality results to users for years.

Danny Sullivan

(“सामग्री का उत्पादन कैसे किया जाता है इसके बजाय सामग्री की गुणवत्ता पर हमारा ध्यान एक उपयोगी मार्गदर्शिका है जिसने हमें वर्षों से उपयोगकर्ताओं को विश्वसनीय, उच्च गुणवत्ता वाले परिणाम देने में मदद की है।”)

AI जनरेटेड कॉन्टेंट क्या है?

आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस विकास के क्रम में एक ऐसा सिस्टम जो कई तरह के जवाब देने में सक्षम है।  ऐसे सिस्टम का उपयोग उपयोगकर्ता, ब्लॉगपोस्ट, कॉपीराइटिंग, आर्टिकल, स्क्रिप्ट राइटिंग, या अन्य तरह के कॉन्टेंट राइटिंग के लिए करता है। उस कॉन्टेंट को AI जनरेटेड कॉन्टेंट कहाँ जाता है।

यह AI सिस्टम किसी भी तरह का कॉन्टेंट, किसी कॉन्टेंट राइटर के आधे से भी कम समय में बना लेता है, जिस से समय की बचत होती है। और काफी कम समय में जानकारी प्राप्त होती है। 

लेकिन अब कॉन्टेंट क्रिएटर्स के सामने या सवाल है की क्या वह बेकार हो गये है? क्या उनकी जगह कोई chat gpt या bard जैसी AI सिस्टम ले लेगी? या सर्च इंजन में कॉन्टेंट क्रिएटर्स के महत्व को और बढ़ा देगी?

मुझे लगता है की गूगल जो विश्वसनीयता और अनुभवों को आधार मानता है और  Google का E-E-A-T यह ऑटोमेटेड रैंकिंग सिस्टम भी इस आधार पर ही काम करता है। इसलिए कॉन्टेंट की गुणवत्ता, नयापन, अनुभवों के आधार पर किया गया मूल्यांकन, और बह्व्निक तौर पर वाक्यांशों के प्रयोगों को महत्व देते हुए यूजर्स को बेहतरीन कॉन्टेंट प्रोवाइड करता है। 

हम AI जनरेटेड कॉन्टेंट से ज्यादा ह्यूमन जनरेटेड कॉन्टेंट में ज्यादा भावस्पर्शिता, अनुभव, और गुणवत्ता देख सकते है।

सर्च इंजन “Google” AI जनरेटेड कॉन्टेंट के बारें में डिटेल में जानकारी प्रदान करता है। साथ ही कॉन्टेंट क्रिएशन के लिए आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस को सिमित रखने का भी प्रयास करता है। गूगल द्वारा दी गयी जानकारी को वास्तव में और डिटेल में समझते है। 

AI जनरेटेड कॉन्टेंट और गूगल की नीतियाँ 

हमें गूगल की AI जनरेटेड कॉन्टेंट के बारें में बनाई गयी नीतियों पर विस्तार से चर्चा करने की जरूरत है, क्यों की गूगल स्पष्ट तौर पर यह मानता है की उसने कभी भी AI जनरेटेड कॉन्टेंट को रैंकिंग प्रदान नही की या आगे करना नही चाहता। ऐसा बिलकुल नहीं। 

गूगल कहता है,अगर कोई कॉन्टेंट उपयोगी, सही जानकारी देनेवाला, यूजर इंगेजमेंट बढ़ानेवाला और ई-ई-ए-टी की विशेषताएं दर्शाने वाला हो, गूगल के सिस्टम  ई-ई-ए-टी के सिद्धांत पर काम करता हो, तो आपका कॉन्टेंट अच्छे से रैंक करेगा। फिर चाहे वह कॉन्टेंट किसी ह्यूमन राइटर ने लिखा हो या वह AI जनरेटेड कॉन्टेंट हो। उस से गूगल को कुछ फर्क नहीं पड़ता। 

गूगल यह स्पष्ट तौर पर कहता है, की किसी भी कॉन्टेंट का रैंक होना इस बात पर निर्भर करता है की वह कितना क्वालिटी कॉन्टेंट है?, वह यूजर्स के लिए कितना मददगार साबित होता है?, उसमें विश्वसनीयता और नाविन्यता कितनी है? और गूगल की मानक ई-ई-ए-टी की विशेषताएं दर्शाता है या नहीं?। (ई-ई-ए-टी का मतलब विशेषज्ञता (एक्सपर्टीज़), अनुभव (एक्सपीरियंस), आधिकारिकता (अथॉरिटेटिवनेस), और विश्वसनीयता (ट्रस्टवर्दीनेस) है।)

इसलिए AI जनरेटेड कॉन्टेंट गूगल के फर्स्ट पेज पर रैंक होगा यह समझ लेना मुर्खता है। AI से लिख लेने से आपके रैंकिंग में कोई सुधार होनेवाला नहीं है। 

लेकिन अगर आप सर्च इंजन में रैंक करने के लिए साइट की रैंकिंग में हेर-फेर करने के लिए एआई (AI) के साथ-साथ ऑटोमेशन का इस्तेमाल करते है, यह गूगल द्वारा बनायीं गयी नीतिओं का उल्लंघन है। इसे गूगल के स्पैम से जुड़ी नीतियों का उल्लंघन माना है। और इस के लिए आपके वेबसाइट या ब्लॉग को गूगल द्वारा दण्डित किया जा सकता है।

ऑटोमेशन कॉन्टेंट के लिए गूगल की रणनीतियां 

गूगल मानता है की, AI जनरेटेड कॉन्टेंट से पहले भी ऑटोमेशन कॉन्टेंट (याने जहाँ किसी टूल्स के द्वारा आर्टिकल लिखा जाता हो और उसे स्पिन किया जाता हो।) को फेस करते आया है ।और अपने तकनीक में काफी विकास किया है। 

गूगल के पास ऐसे कई अल्गोरिथम है जिस वह स्पैम कॉन्टेंट को आसानी से डिटेक्ट कर सकता है। और ओरिजिनल कॉन्टेंट को सामने लता है। लेकिन फिर भी गूगल किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग को सीधे तौर पर दण्डित करने के बजाय अपने सिस्टम पर भरोसा करती है जो, बेहतर, विश्वसनीय, अनुभवता के आधार को खोजकर यूजर्स को सही तरह से रिजल्ट दीखने के लिए बनाया गया है। और उसमें तकनिकी बदलाव होते रहते है । जैसे गूगल का  SpamBrain सिस्टम।

क्या गूगल AI कॉन्टेंट का पता लगाने के लिए सक्षम है?

बिलकुल, गूगल कई तरह से आपके ऑटोमोटिव या AI कॉन्टेंट का पता लगाने में सक्षम है, लेकिन वास्तव में आपके ब्लॉग या वेबसाइट को दण्डित करेगा या नहीं यह पुर्णतः डिपेंड करता है आपके उद्देश्य और गूगल के रणनीतियों के द्वारा। 

जैसे, गूगल मानता है की AI की मदद से कॉन्टेंट बनाना उसके दिशा-निर्देशों के विरुद्ध नही है, बशर्ते आपका उद्देश्य लोगों की मदद करना हो, ना की सर्च इंजन में रैंक करना। अगर आप सर्च इंजन में उच्च रैंक के उद्देश्य के साथ AI की मदद लेते हो तो यह एक तरह का स्पैम कहलायेगा और गूगल इसपर कठोर करवाई करेगा।

हम AI जनरेटेड कॉन्टेंट का कैसे यूज़ कर सकते है?

अगर आपक यह सवाल है, क्या हम AI कॉन्टेंट को यूज़ कर सकते है? तो इसका जवाब भी गूगल आपको स्पष्ट तौर पर देता है। गूगल आपको यह नही कहता की आप बिल्कुलही AI कॉन्टेंट का उसे ना करे? ऐसा गूगल कभी नही कहता। गूगल कहता है की आप अपने लेख में अधिक से अधिक वैल्यू ऐड करने के लिए, AI के द्वारा रिसर्च कर एक अच्छा और बढ़िया कॉन्टेंट प्रोवाइड करता हो। जो गूगल के दिशा-निर्देशों का पालन करें, ना की खोज के नतीजों में साइट की रैंकिंग में हेर-फेर करने के लिए।

नतीजतन, आप गूगल के ई-ई-ए-टी  सिस्टम को ध्यान में रखकर AI को मदद से अच्छा पोस्ट लिखते है, जिसका उद्देश्य लोगोंके उद्देश्य एवं समस्या का समाधान करना है ती यकिनन आप AI की मदद से कॉन्टेंट जनरेट भी कर सकते है।

गूगल हमें किस बात के लिए दण्डित कर सकता है?

हाल ही में गूगल ने कई अपडेट लाये है जिनका मुख्य उद्देश्य AI और ऑटोमेशन कॉन्टेंट से जुड़े स्पैम को पहचानकर उन्हें डीरैंक करने के लिए है। गूगल एक या दों आर्टिकल स्पैमी कॉन्टेंट होने पर भी पूरी वेबसाइट को ही दण्डित कर रहा है। याने आप रैंकिंग पाने के उद्देश्य के साथ AI कॉन्टेंट का उपयोग करते है तो यकीनन आप पर करवाई होगी।गूगल ने यह स्पष्ट तौर पर कहाँ है। 

मेरा पर्सनल अनुभव 

मुझे लगता है की AI एक बेहतर टूल साबित हो सकता है आपके लिए जो आपको किसी भी टॉपिक को सही तरह से एक्सप्लेन कर के दे। और AI के मदद से मैंने कई आर्टिकल लिखे है जो गूगल में रैंक कर रहे है। लेकिन हाँ काम करते वक्त मैंने गूगल के दिशा-निर्देशों का पालन किया है। इसलिए मेरा अनुभवकाफी बेहतर रहा है।  AI की मदद से खुद कॉन्टेंट जनरेट करने से आप को अपनी स्टाइल को गवाना नही पड़ता। और आपकी कल्पकता बरक़रार रहती है। 

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