बेसिक कंटेट राइटिंग टिप्स: एक कंटेंट राइटर बनने के लिए जरुरी है यह बाते 

अगर आप एक कंटेट राइटर बनकर पैसे कमाना चाहते है तो एक कंटेंट राइटर बनाए के लिए यह बेसिक कंटेट राइटिंग टिप्स आपके लिए महत्वपूर्ण है। अगर आप चाहते है की आप खुद कंटेट राइटिंग सीखे, और आपके मन में यह सवाल आ रहा है की, कंटेंट राइटर बनने के लिए क्या-क्या चाहिए? तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। 

कंटेंट राइटिंग क्या है?

कंटेंट राइटिंग कैसे सीखें 

कोई भी स्किल (जिसे हम हिन्दी में हुनर या कला कहते है) सिखने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है हमारा इंटरेस्ट। अगर आपको किसी स्किल से लगाव है, आपका सबसे ज्यादा इंटरेस्ट उस स्किल में है तो यकीन मानिये आप उस स्किल में अपने बलबूते मास्टरी हासिल कर सकते है। उस स्किल में एक्सपर्ट हो सकते है। 

अगर आप कंटेंट राइटर बनना चाहते है तो सब से पहले खुद में झाककर देखे की क्या यह आपके सबसे ज्यादा इंटरेस्ट का विषय है, कंटेंट राइटिंग से आपको सबसे ज्यादा लगाव है। और आप कंटेंट राइटिंग दिलसे सीखना चाहते है। तो फिर आप आगे बढ़ सकते है। 

बेसिक कंटेट राइटिंग टिप्स

 एक कंटेंट राइटर बनने के लिए, कंटेंट राइटिंग स्किल खुद में डेवेलोप करने के लिए आपको कुछ बेसिक बाते जानना और उसपर काम करना अनिवार्य होता है। अगर आप इन बेसिक राइटिंग टिप्स को अच्छे से समझ लेते है तो यकीन मानिये कुछ ही दिन की प्रैक्टिस से आप अच्छा कंटेंट प्रोवाइड करने लग जाओगे। 

हम इस आर्टिकल में जो कंटेंट राइटिंग टिप्स बताने जा रहे है, वह बिगिनर्स (कंटेंट राइटिंग को शुरवात से सीखनेवाले) के लिए है। कंटेंट राइटिंग सिखने के लिए आपको कैसे शुरवात करनी चाहिए? यह आप जानेंगे। 

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विभिन्न विषयों को पढ़ें 

एक कंटेंट राइटर के लिए जरुरी होता है की वह अपने कल्पनाओं को विस्तार दें, अपने इमेजिनेशन को बढ़ाएं, सही जगह पर सही शब्दों का चुनाव करने में सक्षम हो, और ऐसे वाक्याशों को लिखे जिसमें कम शब्दों में वह जानकारी की सटीकता प्रदान कर पायें। और यह बाते खुद में डेवेलोप करने के लिए आपको विभिन्न विषयों को पढ़ना चाहियें। 

हर एक लेखक या कंटेंट राइटर चाहे वह नावेल लिखता हो, या न्यूज़पेपर में खबर लिखता हो, चाहे फ्रीलांसिंग करता हो या चाहे ब्लॉगर हो। हर एक कंटेंट राइटर की अपनी एक यूनिक स्टाइल होती है, जिसमें शब्दों का चयन, किसी विषय को एक्स्प्लोर करने का तरीका और रचनात्मकता अलग-अलग होती है। 

अगर आप एक कंटेंट राइटर बनाना चाहते है तो इस बात को गहराई से समजना आपके लिए जरुरी हो जाता है, इसलिए आप को विभिन्न विषयों, के साथ सभी तरह के लेखकों के, कंटेंट राइटर के कंटेंट को पढ़ना चाहिए; जैसे, न्यूज़पेपर, बुक्स, आर्टिकल्स,ब्लॉग्स, फिक्शन, नॉन-फिक्शन। 

विभिन्न तरह के कंटेंट पढने से आपके दो फायदे होते है। एक तो आप उस कंटेंट राइटर को, कंटेट की स्टाइल और रचनात्मकता को समझ पाते है, और साथ ही आप नये-नये शब्दों की सीखते है जो आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

कंटेंट राइटिंग का तकनिकी ज्ञान 

अगर आप कंटेट राइटिंग स्किल सीखना चाहते है तो आपको इसके टेक्निकल साइड को समझने की जरूरत है। हर स्किल की एक तकनीक होती है। जिसे समजना जरुरी होता है। जैसे एक साधारण व्यक्ति किसी बात को समझाने के लिए 1000 शब्दों का प्रयोग करता है। लेकिन एक कंटेंट राइटर उसी बात को 200 शब्दों में एक्सप्लेन करता है, वह भी काफी अच्छे से। यह होती है कंटेंट की तकनिकी साइड। 

किसी टॉपिक को सही तरह से, सही और रचनात्मक शब्दों में, और ऐसे वाक्याशों के साथ जो ऑडियंस का इंटरेस्ट बढाते हो, ऐसा कंटेट लिखने के लिए हमें तकनिकी ज्ञान की आवश्यकता होती है।

जब हम अलग-अलग कंटेंट राइटर्स को पढ़ते है, उनके कंटेंट को एनालिसिस करते है, कंटेंट की रचनात्मकता को समझते है तब हमें इस बात को भी जाने की आवश्यकता होती है की, राइटर किस टॉपिक को किस ढंग से ऑडियंस तक पहुचाने की कोशिश कर रहा है? किसी टॉपिक को एक्सप्लेन करते वक्त वह किन शब्दों पर जोर दे रहा है? और लेखक के कौन से शब्द ऑडियंस इंगेजमेंट बढ़ा रहे है? यह बार-बार जानना आपके लिए फायदेमंद साबीत होता है।

भाषा और व्याकरण की जानकारी 

किसी भी भाषा को व्याकरण एक समग्र उद्देश्य प्रदान करता है, जिस से भाषा की सुन्दरता, रचनात्मकता, संवादात्मक शैली का विकास होता है। इसलिए अगर आप के कंटेंट राइटर बनाना चाहते है तो आपको भाषा के व्याकरण का सम्पूर्ण नॉलेज होना अनिवार्य है। 

जब भी हम कोई कंटेंट लिखते है तब उन शब्दों या वाक्यांशों के भाव को दिखाने का काम शब्दों और वाक्यांशों के पीछे आनेवाले व्याकरण चिन्ह ही करते है। अगर इस चिन्हों में गलती हो जाये तो शब्दों एवं वाक्यांशों का अर्थ और साथ-साथ भाव भी बदल जाता है। इतनी ताकत इन चिन्हों की होती है। 

जब आप ऑनलाइन या ऑफलाइन कंटेंट राइटिंग करते है, तो व्याकरण आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। व्याकरण के बिना आप कंटेंट राइटिंग को सोच नही सकते। साथ ही सर्च इंजन के अल्गोरिथ्म्स ऐसे ही डिजाईन होते है जो भाषा के व्याकरण को पहचानकर शब्दों एव वाक्यांशों के भावों को जानते है। इसलिए यह एक SEO फैक्टर भी है।

अपने शब्दावली को बढ़ाएं 

अगर आप कंटेंट राइटर बना चाहते है तो आपके पास शब्दों का भंडार होना चाहिए। समानार्थी शब्द, विरुधार्थी शब्द, शब्दों की परिभाषा और शब्दों का विग्रह का आपको ज्ञान होना महत्वपूर्ण है। एक कंटेंट राइटर के लिए यह सही मायनों में यह जरुरी है, जैसे वाक्यांशों में रचनात्मकता, सौन्दर्यता, कल्पकता के साथ वाक्य में भाव बदलने के लिए भी कई तरह के शब्द हमारे शब्द भंडार में होने चाहिए। 

मैं एक उदहारण के द्वारा आपको समझाता हूँ। एक लाइन जो अपने बचपन में कई बार पढ़ी और सुनी है।

“ मछली जल की रानी है, जीवन उसका पानी है ”

यह लाइन आपने कई बार सुनी होगी। क्या आपको पता है इसमें दो शब्द ऐसे है जिसका अर्थ एक ही है? जल और पानी। एक ही अर्थ के दो शब्द है। अगर सोचो आपने दोनों जगह एक ही शब्द का इस्तेमाल किया तो क्या होगा?

उस कविता के लाइन की रचनात्मकता, सौन्दर्य और रिदम नष्ट हो जायेगा। 

एक कंटेंट राइटर के तौर पर हमें यह समझना चाहिए की हमें किस शब्द क प्रयोग किस जगह पर करना होता है? और इसके लिए आपको अपनी शब्दावली बढ़ाने की जरूरत होती है। 

भाषा की सरलता पर ध्यान दें 

सरल भाषा आपको लोगों से तुरंत जोडती है। इसलिए आपको सरल शब्दों एवं वाक्यों को भावनात्मक स्तर पर ले जानेकी प्रैक्टिस करनी चाहिए। 

अगर आप एक कंटेंट राइटर बनना चाहते है तो आप को सरल भाषा शैली पर ध्यान देने की आवश्यकता है। जिस से आपका कंटेट समय लोगों से आसानी से जुड़ने में सक्षम रहता है। इस के लिए आप को अपने कंटेंट में कम से कम जोड़ अक्षरों का प्रयोग करना होगा। ऐसी प्रैक्टिस आप कर सकते है; उदहारण के तौर पर, 

“ एक लेखक के रूप में अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए सरल भाषा का अभ्यास आप के लिए महत्वपूर्ण है ” 

उपरोक्त लाइन को हम सामान्य भाषा में ऐसे लिख सकते है;

“ कंटेट राइटिंग के लिए सरल भाषा का उपयोग करना जरूरी है। ”

इस तरह से हम कई शब्दों के लिए सरल शब्द खोज कर उसका प्रयोग कर सकते है। आप जितनी ज्यादा इसकी प्रैक्टिस करोगे उतनी ही ज्यादा आपकी राइटिंग स्किल निखरकर आती है। 

रिसर्च करने की आदत डालें 

कंटेंट राइटिंग स्किल सिखने के लिए जरुरी है की आप हर टॉपिक की डीप रिसर्च करने की आदत डालें। इधर-उधर की बातें पढ़कर आप कंटेंट राइटिंग तो शुरू कर सकते है लेकिन वह स्किल आप में डेवेलोप नहीं हो सकती।      

कंटेंट राइटिंग स्किल के लिए रिसर्च एक महत्वपूर्ण फैक्टर है। विश्वासात्मक लेखन शैली आपके कंटेंट राइटिंग स्किल का बेस होना अनिवार्य है। जिस पर लोग भरोसा करते है। 

आप भी कई youtube videos देखते होंगे। उस में कुछ ही विडियो ऐसे होते है जिसपर आप भरोसा करते है। इसलिए क्यों की विडियो में बताई गयी बाते आपको रिसर्चेबल लगती है। उसके कंटेंट में डीप स्टडी की झलक दिखती है। इसलिए वह विडियो आपको पसंद आता है । 

अगर आपको एक अच्छा और वैल्युएबल कंटेंट राइटर बनना है तो आपको भी रिसर्च करें की आदत डालनी चाहिए।

क्रिएटिविटी को बढ़ाना 

एक कंटेंट राइटर को क्रिएटिव होना भी आवश्यक है। इसलिए आपको प्रयोगात्मक तौर पर कल्पनाओं को विस्तार देना चाहिए। आपको क्रिएटिविटी बढाने के लिए खुद के कल्पनाओं पर फोकस कर उसे बढ़ाने की जरूरत होती है। 

कल्पनाएँ जन्म देती है नये आयामों और विचारों को। आपने J. K. Rowling का नाम सुना है। एक लेखिका जिसने अपनी कल्पनाओं में एक करैक्टर को जन्म दिया और आज पूरी दुनिया में वह करैक्टर महशूर है, जिसका नाम है  Harry Potter

एक कंटेंट राइटर को क्रिएटिव होना आवश्यक है। 

क्रिएटिव होने के लिए आपको अपनी कल्पनाओं को लिखना होगा। बार-बार कई बार आप यह प्रैक्टिस आकर सकते है। कई तरह की बातें सोच सकते है। 

अगर आप कंटेंट राइटर बनना चाहते है, तो उपरोक्त सभी बातों पर आपको फोकस कर उस तरह से स्टेप बाय स्टेप कंटेंट राइटिंग की प्रैक्टिस शुरू करनी चाहिए। 

कंटेंट राइटिंग बिज़नेस क्या है?

संबोधन 

बेसिक कंटेट राइटिंग टिप्स को अपने जाना है। यह आपके कंटेंट राइटिंग स्किल को डेवेलोप करने के लिए बेसिक टिप्स है। अगर आप कंटेंट राइटर बनना चाहते है और स्किल कैसे सीखे यह आपको पता ही नहीं तो उपरोक्त जानकारी आपके लिए है। बेसिक के बाद आता है एडवांस जिसकी चर्चा हम एडवांस कंटेट राइटिंग टिप्स के अलग आर्टिकल में करेंगे। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया, या आपके बेसिक कंटेंट राइटिंग के सम्बन्धित कुछ सवाल है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है। 

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